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आतंकियों के जनाजे में सेना, पुंछ में गुरुद्वारे पर हमला, विदेश सचिव ने तस्वीरें दिखाकर खोली पाक की पोल

भारत सरकार ने सात मई को अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर गुरुवार को एक बार फिर महत्त्वपूर्ण प्रेस ब्रीफिंग की। इसमें विदेश सचिव विक्रम मिसरी, भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह शामिल रही।. इस दौरान भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी सैन्य कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और गैर-उत्तेजक थी, जिसका उद्देश्य केवल सुरक्षा था, न कि युद्ध को बढ़ावा देना। विदेश सचिव ने ब्रीफिंग के दौरान तस्वीर दिखाकर पाकिस्तान की पोल खोली। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि यह भी अजीब है कि नागरिकों के अंतिम संस्कार उनके राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों में किए जा रहे हैं और राजकीय सम्मान दिया जा रहा है। सेना के अधिकारी शामिल हो रहे हैं। कल पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के सिख समुदाय पर लक्षित हमला किया। पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया और सिख समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया, जो हमले की चपेट में आ गए और हमलों में तीन व्यक्ति मारे गए। पुंछ में कुल 16 नागरिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।

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विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि सीमा पार से हमारे खिलाफ बहुत सी गलत सूचनाएं दी गई हैं, कुछ बातें ध्यान में रखने लायक हैं जैसे इसमें तनाव बढऩे का जिक्र किया जा रहा है, लेकिन पहली बात ये है कि पहलगाम में हुआ हमला तनाव बढऩे की पहली वजह है, भारतीय सेना ने कल उसका जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ‘द रेजिस्टेंस फं्रट’ (टीआरएफ) समूह लश्कर-ए-तोएबा का जाना-माना मोर्चा है, जिसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, हम इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सभी जानकारियां मुहैया करा रहे हैं। टीआरएफ के बारे में अपडेट लगातार दिए जा रहे हैं। विक्रम मिसरी ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि जब यूएनएससी के बयान में टीआरएफ का नाम शामिल करने की बात आई, तो केवल पाकिस्तान ने इसका विरोध किया और नाम हटवाया। यह स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान अब भी इन आतंकी समूहों को ढाल और समर्थन दे रहा है।

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