
मोहाली
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अमेरिका से वापस आए भारतीय युवाओं की मदद के लिए आगे आने वाली पहली भारतीय यूनिवर्सिटी बन गई है। राज्य सभा सदस्य और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने ऐसे युवाओं को मुफ्त काउंसलिंग, करियर मैपिंग, उच्च शिक्षा के अवसर, कौशल विकास और पुन: कौशल पाठ्यक्रम और स्थानीय उद्योगों में उपयुक्त रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए पुनर्वास कार्यक्रम उड़ान शुरू करने की घोषणा की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने एक हेल्पलाइन नंबर-91 9875970027 नंबर पर सभी युवाओं को आवश्यक मदद प्रदान करेगी। संधू ने कहा कि वापस लाए गए युवा हेल्पलाइन नंबर की मदद से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से संपर्क कर सकते हैं और पुनर्वास कार्यक्रम उड़ान के लिए समर्पित वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
इसके तहत हम न केवल वापस लाए गए युवाओं को निर्वासन से उत्पन्न आघात से बाहर आने और भविष्य के लिए उनकी करियर आकांक्षाओं को समझने में मदद करने के लिए परामर्श प्रदान करेंगेए बल्कि उनके कौशल स्तरों का आकलन करने के लिए मानचित्रण भी किया जाएगा, ताकि हम उन्हें उनके कौशल और पुनकौशल के लिए मुफ्त पाठ्यक्रम प्रदान कर सकें जो उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाएगा। यदि ये युवा उच्च शिक्षा के लिए जाना चाहते हैंए तो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी हमारे कैंपस में इसे मुफ्त प्रदान करेगा। इसके अलावा, हम पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में उद्योग में इन वापस लाए गए युवाओं को उपयुक्त रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए भी काम करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले चरण में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के पुनर्वास कार्यक्रम में पंजाब से वापस लाए गए युवाओं को शामिल किया जाएगा, जो अमेरिका से भारत वापस लाए गए अप्रवासियों में सबसे बड़ा हिस्सा है। अमेरिकी सैन्य विमान से वापस लाए गए 333 लोगों में से पंजाब के निवासी कुल 126 37.8 प्रतिशत हैं। इसके बाद पड़ोसी राज्य हरियाणा से 110 और गुजरात से 74 लोग हैं।