इस तारीख से हैं शारदीय नवरात्रि, तुरंत कर लें ये काम, वरना नहीं होगी मां की कृपा
शारदीय नवरात्रि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती हैं और नवमी तिथि तक रहेंगी। वहीं दशहरे के दिन दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। इस साल 15 अक्टूबर 2023 से नवरात्रि शुरू हो रही हैं और 28 अक्टूबर 2023 को समाप्त होंगी। नवरात्रि के 9 दिनों में मातारानी के 9 रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का ये समय बहुत पवित्र और शुभ होता है। इस कारण इस समय ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए, जो अशुभ हो या मातारानी को नाराज कर दे। लिहाजा नवरात्रि से पहले ही कुछ जरूरी काम कर लें, ताकि आप पर मां दुर्गा की असीम कृपा बरसें।
शारदीय नवरात्रि पर कलश स्थापना मुहूर्त
हिंदी पंचांग के अनुसार अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 दिन रविवार की सुबह 11 बजकर 24 मिनट पर प्रारंभ होगी और अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि का समापन 15 अक्टूबर 2023 दिन सोमवार की 12 बजकर 32 मिनट पर होगी. उदयातिथि के अनुसार शारदीय नवरात्रि पर्व का शुभारंभ 15 अक्टूबर 2023 दिन रविवार को होगा। इसी दिन कलश स्थापना या घटस्थापना होगी। इस साल शारदीय नवरात्रि पर घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर की सुबह 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
नवरात्रि से पहले कर दें ये काम
नवरात्रि शुरू होने से पहले घर से कुछ चीजें बाहर कर दें। ये अशुभ चीजें घर से बाहर कर दें, ताकि घर में नकारात्मकता ना रहें। ये चीजें मां दुर्गा को अप्रसन्न करता हैं। इन चीजों का घर में होना कंगाली लाता है।
- – यदि घर में कोई खंडित मूर्ति, देवी-देवताओं की फटी या खंडित तस्वीरें हों तो उन्हें तुरंत घर से बाहर कर दें। इन चीजों को सम्मानपूर्वक जल में प्रवाहित कर दें। इन चीजों का घर में होना सौभाग्य को भी दुर्भाग्य में बदल देता है।
- – घर में फटे-पुराने जूते-चप्पल, कपड़े, जंग लगी चीजें हों तो उन्हें बाहर कर दें। ये चीजें घर में नकारात्मकता लाती हैं।
- – घर में यदि कोई बंद या खराब घड़ी है तो उसे या तो ठीक करवा लें या फेंक दें। बंद घड़ी आपके जीवन में बुरा वक्त लाने में देर नहीं करती है।
- – यदि घर में नॉनवेज, शराब जैसी तामसिक चीजें हैं तो नवरात्रि के पहले इन्हें घर से बाहर कर दें। घटस्थापना वाले घर में इन अपवित्र चीजों का होना मां दुर्गा को नाराज कर सकता है और आपके जीवन में मुसीबतों का पहाड़ तोड़ सकता है।