चंडीगढ़। तीन दिन पूर्व कांग्रेस से इस्तीफा देने की घोषणा करने वाले हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने शनिवार रात अपना इस्तीफा वापस लेते हुए कहा कि वह जन्म से कांग्रेसी हैं और अंतिम सांस तक कांग्रेसी रहेंगे। कांग्रेस के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा नेता के बेटे चिरंजीव ने हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर रेवाड़ी से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। दस साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही कांग्रेस को 90-सदस्यीय विधानसभा में 37 सीटें ही मिल पाईं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 48 सीटें जीतकर तीसरी बार सरकार बनाई। कैप्टन यादव ने तीन दिन पूर्व पार्टी में उपेक्षा की शिकायत करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफे की घोषणा की थी।
कल रात हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर कहा कि वह दुखी थे कि आला कमान ने ओबीसी विभाग के लिए किए उनके कार्य की कदर नहीं की और विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद बोले गए कड़वे शब्दों के कारण उन्होंने यह कदम उठाया लेकिन बाद में ठंडे मन से उन्होंने निर्णय किया कि वह कांग्रेस पार्टी और खासकर सोनिया गांधी के लिए कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि चिरंजीव ने उन्हें अतीत को भूल जाने के लिए मनाया।
उन्होंने लिखा, “मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और अंतिम सांस तक कांग्रेसी रहूंगा।” कांग्रेस नेता ने पार्टी से अपने लंबे जुड़ाव को याद करते हुए कहा कि वह 38 साल से पार्टी की सेवा कर रहे हैं और दिवंगत राजीव गांधी के साथ भी काम कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनका परिवार 1952 से नेहरू-गांधी परिवार से जुड़ा है। इससे पूर्व 18 अक्टूबर को उन्होंने कहा था कि 1988 में जब वह पार्टी में शामिल हुए, नेतृत्व का कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद होता था लेकिन इधर, राहुल गांधी के आसपास ऐसे लोगों की मंडली है जो उन्हें कार्यकर्ताओं से दूर रखती है।