यूपी में लगेगा इन्वेस्टर्स मेला, योगी बोले- प्रदेश के विकास की नई कहानी देखेगी दुनिया
यूपी में आज से तीन दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आगाज हो रहा है। यूपी में आज से प्रारंभ हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। समिट में करीब 25 लाख करोड़ रुपये के निवेश के करार होने की उम्मीद है। इससे दो करोड़ रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है।
इंवेस्टर समिट में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंवेस्टर समिट में शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री का विमान 9: 25 पर अमौसी एयरपोर्ट पर उतरा और यहां से वह सीधे कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हो गए।
2018 में 4.68 लाख करोड़ के हुए थे करार
2018 में लखनऊ इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ था। उसमें 4.68 लाख करोड़ के करार हुए थे। वर्ष 2023 की इस समिट में 17.12 लाख करोड़ रुपये के एमओयू का लक्ष्य तय किया गया था, पर अब 25 लाख करोड़ के एमओयू साइन होने का अनुमान है। इस कार्यक्रम की समाप्ति 12 फरवरी को होगी। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल होंगी।
यूपी में विदेश से निवेश के लिए 7.12 लाख करोड़ रुपये के 108 एमओयू साइन हुए
- 25 सेक्टरों में निवेश के लिए योगी सरकार ने नई नीतियां लागू की हैं।
- इन्वेस्टर्स समिट के लिए 16 देशों के 20 शहरों में मंत्री समूह ने रोड शो किए हैं।
- विदेश से यूपी में निवेश के लिए 7.12 लाख करोड़ रुपये के 108 एमओयू साइन हुए हैं।
- देश के प्रमुख शहरों में रोड शो से नौ लाख करोड़ के एमओयू साइन हुए।
अखिलेश ने उठाए सवाल, बोले- समिट के बहाने जनता को दिया जा रहा धोखा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा हर टाई व शूट वाले से एमओयू पर हस्ताक्षर करवा लेगी। इस समिट के बहाने जनता को धोखा दिया जा रहा है। पिछले समिट की घोषणाएं अभी तक जमीन पर नहीं उतरी हैं।
सरकार के मंत्री अमेरिका, ब्राजील, यूरोप, लंदन, सिंगापुर व ऑस्ट्रेलिया तक गए। निवेश नहीं मिला तो देश के अलग-अलग शहरों में जा पहुंचे। बनारस में भी उद्यमियों से एमओयू पर हस्ताक्षर करवा लिया होगा। सरकार बताए किस औद्योगिक नीति के तहत निवेश कराया जा रहा है। उद्यमियों को कितनी छूट दी जा रही है।
योगी बोले, प्रदेश बीमारू राज्य से उभरकर एक उद्यम प्रदेश बन रहा है
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शुक्रवार से पूरी दुनिया यूपी के विकास की नई कहानी देखेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश बीमारू राज्य से उभरकर एक उद्यम प्रदेश और विकसित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हो रहा है। सुदृढ़ कानून-व्यवस्था, विकास की बड़ी परियोजनाओं के मामले में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे कनेक्टिविटी के साथ निवेश के बेहतरीन गंतव्य और पर्यटन के लिए जाना जाता है। किसानों और युवाओं ने जिस तेजी के साथ विकास की गति को आगे बढ़ाया है वह प्रदेश को नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के रूप में स्थापित कर रहा है। विकास कार्यों की 159 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण इसका गवाह है।
ये उद्योगपति समिट में रहेंगे मौजूद
रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन, आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला, महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल और हीरानंदानी ग्रुप से जुड़े दिग्गज उद्योगपति मौजूद रहेंगे।
इस समिट में मैन्युफैक्चरिंग, फार्मास्युटिकल एवं मेडिकल, नवीनीकरण ऊर्जा, टेक्सटाइल, टूरिज्म, वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक, शिक्षा, हेल्थकेयर, आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में भारी निवेश की संभावना है।
पीएम मोदी के अलावा रक्षामंत्री और मुख्यमंत्री योगी भी रहेंगे मौजूद
समिट लखनऊ के वृंदावन योजना के विशाल मैदान में आयोजित हो रही है। उद्घाटन सत्र में पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खास तौर से मौजूद रहेंगे। इसके अलावा तीन दिन की समिट में गृहमंत्री अमित शाह व अन्य केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप पुरी, अश्विनी वैष्णव सहित केंद्र और प्रदेश सरकार के तमाम मंत्री शामिल होंगे।
करीब 25 लाख करोड़ रुपये के निवेश के करार होने की उम्मीद
यूपी में आज से तीन दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आगाज हो रहा है। देश-विदेश के दिग्गज उद्योगपतियों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का शुभारंभ करेंगे। समिट में करीब 25 लाख करोड़ रुपये के निवेश के करार होने की उम्मीद है। इससे दो करोड़ रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। 10 साझीदार देशों के अलावा 40 देशों के अन्य 600 प्रतिनिधि भी समिट में भाग लेंगे।