बिग बॉस फेम एक्ट्रेस व मॉडल अर्शी खान ने चंडीगढ़ में लांच किया अपना ड्रीम प्रोजेक्ट “मिशन निर्भीक
चंडीगढ़। सेल्फ डिफेंस क्या है, यह क्यों जरूरी है, ऐसे कई सवाल लोगों के जहन में होते हैं और इन सभी सवालों के जवाब दिए मशहूर एक्ट्रेस व मॉडल और बिग बॉस फेम अर्शी खान ने। अर्शी खान शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब पहुंची और इस दौरान उन्होंने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट मिशन निर्भीक को लांच किया। इस मौके पर उनके साथ देश के मशहूर मार्शल आर्ट ट्रेनर मास्टर भूपेश भी मौजूद थे। मस्त भूपेश का नाम देश के टॉप टेन मार्शल आर्ट ट्रेनर्स में शामिल है। मास्टर भूपेश हिमाचल प्रदेश की पुलिस को भी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दे चुके हैं।
कार्यक्रम के दौरान अर्शी खान ने कहा कि सेल्फ डिफेंस एक अवेयरनेस है, इसके कई तरीके हैं जिनके द्वारा हम अपने आपको डिफेंस कर सकते है, लेकिन उन सबके साथ मार्शल आर्ट जैसी तकनीक भी लड़कियों को जरूर आनी चाहिए।
अर्शी खान के इस प्रोजेक्ट की खास बात यह है कि इसमें वे महिलाओं व लड़कियों को इजराइल बेस्ड सेल्फ डिफेंस टेक्निक कर्व मागा के जरिए सेल्फ डिफेंस के बारे में जानकारी दे रही है। अर्शी खान ने कहा कि किसी भी सेल्फ डिफेंस में सबसे पहले क्रिमिनल को पहचानना जरूरी होता है। उन्होंने बताया कि इजरायल की यह तकनीक पूरी दुनिया में मशहूर है और वह इसी के जरिए अब देश की महिलाओं को ट्रेंड करेंगी। उन्होंने बताया कि इस तकनीक में सबसे पहले क्रिमिनल को पहचानने के बारे में बताया जाता है। महिलाओं को सिखाया जाएगा कि वह किसी इंसान के फेस एक्सप्रेशन के बात करने के तरीके और बॉडी लैंग्वेज से किस तरह उनकी नीयत के बारे में पहचान कर सकेंगे। इस तकनीक के जरिए उन्हें पता लग जाएगा कि सामने वाला इंसान उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है या नहीं। अगर वह इंसान किसी महिला को नुकसान पहुंचाता है तो उन्हें सेल्फ डिफेंस यानी खुद को कैसे बचाया जा सकेगा उसके बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान अर्शी खान ने खुद इस टेक्निक को मीडिया के सामने प्रदर्शित भी किया।
कैसे काम करेगा मिशन निर्भीक कर्व मागा की मदद से
कर्व मागा में यह सिखाया जाता है कि किसी हथियार की मदद से कैसे अपनी रक्षा करें और दुश्मन पर हमला करें। इसमें शरीर के अंगों का इस्तेमाल तो सिखाया ही जाता है और साथ में हथियार के इस्तेमाल का भी प्रशिक्षण दिया जाता है।
आत्मरक्षा और हमला एक साथ
आत्मरक्षा की अन्य तकनीकों में रक्षा और हमला को दो अलग-अलग ऐक्शन माना जाता है। कर्व मागा में एक ही समय खुद की रक्षा भी करनी होती है और दुश्मन पर हमला भी करना होता है। इसकी मदद से आसानी से दुश्मन को चित किया जा सकता है।
शरीर के संवेदनशील अंगों पर हमला
कर्व मागा में शरीर के संवेदनशील अंगों को निशाना बनाना सिखाया जाता है। जब इन अंगों पर हमला किया जाता है तो हमलावर तुरंत पस्त हो जाता है। कर्व मागा में यह माना जाता है कि जब आपकी जिंदगी को खतरा हो तो फिर अच्छा और बुरा सोचने की गुंजाइश नहीं रह जाती है।
पास में पड़े हथियार या चीजों का फायदा उठाना
कर्व मागा में शरीर का इस्तेमाल करने के अलावा हथियारों का भी उचित इस्तेमाल सिखाया जाता है। हथियार में बंदूक, चाकू और अन्य चीजें शामिल है। उनको बताया जाता है कि कैसे उन चीजों का इस्तेमाल करें जो आसानी से उपलब्ध हों। चाकू, बंदूक के अलावा छड़ी, चाबी या कोई और चीजों की मदद से भी आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाते हैं।