एससी वोटर्स के दबदबे वाली 135 सीटों पर बीजेपी का फोकस बनाया खास प्लान BJP मिशन 2023 के लिए पूरी तरह एक्टिव हो चुकी है। पिछले विधानसभा चुनाव में आदिवासी क्षेत्रों में सीट कम आने से BJP की सरकार चली गई थी। एससी वोटर्स के दबदबे वाली 135 सीटों पर बीजेपी का फोकस बनाया खास प्लान इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी वोटर्स को लुभाने के लिए पेसा कानून लागू कर दांव खेला है।
जनजातीय नायकों की प्रतिमाओं की स्थापना से लेकर आदिवासी नायकों के जन्मस्थान और बलिदान स्थली को भी डेवलप किया जा रहा है।
इधर, BJP अनुसूचित जाति (SC) मोर्चा ने प्रदेश की 135 SC वोटर बहुल विधानसभाओं को लेकर खास प्लान बनाया है। BJP SC मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटव ने 35 हजार से ज्यादा SC वोटर्स वाली विधानसभाओं के लिए प्रभारी नियुक्त किए हैं। इन विधानसभाओं के हर बूथ पर SC मोर्चा अपनी अलग से बूथ कमेटियां बनाएगा।
SC मोर्चा 35 हजार से ज्यादा अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाताओं वाली 135 विधानसभाओं में नए वोटर्स को जोड़कर उन्हें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा SC कैटेगरी के लिए चलाई जा रही योजनाओं से जोड़ने का काम करेगा।
नए दलित वोटर्स को जोड़ने की कोशिश
मप्र विधानसभा की कुल 230 सीटों में से 35 अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। 47 सीटें अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए रिजर्व हैं। मप्र की सत्ता में 18 साल से काबिज BJP के लिए एंटी इन्कमबेंसी बड़ी चुनौती है। SC मोर्चा ऐसे युवा मतदाताओं को साथ जोड़ेगा, जो 18 साल की उम्र पूरी कर हाल ही में नए वोटर बने हैं।
इन युवा मतदाताओं को मप्र सरकार द्वारा चलाई जा रही हायर स्टडीज स्कीम और वोकेशनल ट्रेनिंग के अलावा रोजगार, स्वरोजगार की योजनाओं की जानकारी देकर लाभ दिलाने तक में मदद करेगा, ताकि इन युवाओं के जरिए शिवराज और मोदी सरकार के मैसेज को उनके परिवारों तक पहुंचाया जा सके।
बीजेपी का पूरा जोर बूथ पर हर मोर्चे की अलग टीम हो रही तैयार
बीजेपी ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए बूथ पर टीम मजबूत करने के लिए पार्टी के हर मोर्चे को कमेटी बनाने और उसे प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए हैं। भाजपा की बूथ कमेटियों के अलावा युवा मोर्चा, महिला मोर्चा के साथ ही अब एससी और एसटी मोर्चा भी अपनी-अपनी कमेटी बनाएंगे।
ऐसे में जिन बूथों पर जिस वर्ग की बहुलता है उस वर्ग के लोगों खासकर नए टेक्नीक फ्रेंडली यूथ को बूथ पर जोड़कर पार्टी की लीडरशिप से वर्चुअल कनेक्ट करने का प्लान बनाया गया है। बीजेपी नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में 51% वोट शेयर हासिल करने का टारगेट फिक्स किया है।
135 विधानसभाओं में होंगे ट्रेनिंग प्रोग्राम
बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.कैलाश जाटव ने बताया कि हर विधानसभा के लिए एक प्रभारी बनाया गया है। ये अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्र में बूथ कमेटियों का गठन कराएंगे। इन्हीं विधानसभा क्षेत्रों में बूथ कमेटियों और नए मतदाताओं के ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे।
सोशल मीडिया से गांव और घर तक पहुंचने की कोशिश
बार-बार कोरोना के कारण चुनावी समय में बदलती परिस्थितियों को देखते हुए बीजेपी अब डिजिटल कनेक्ट प्रोग्राम पर फोकस कर रही है। बीजेपी नेताओं की मानें तो हर लगभग हर घर में एक स्मार्ट फोन है ऐसे में नए युवाओं को पार्टी से जोड़ृकर सीधे संदेश घर तक पहुंचाया जा सकता है।
यदि कोरोना के कारण फिजिकल मीटिंग्स यानि जनसभाएं और भीडभाड वाले कार्यक्रमों पर रोक लगी तो मोबाइल और सोशल मीडिया के जरिए सीधे संदेश घरों तक पहुंचाया जा सके।
बीएसपी का कोर वोटर तोड़ने की कवायद
मप्र में एक समय दलित वर्ग को परंपरागत कांग्रेस का वोटर माना जाता था लेकिन पिछले डेढ़ दशक में बीजेपी ने दलित वर्ग को साथ लाने के लिए कई योजनाएं संचालित की हैं।
एससी वोटर्स के दबदबे वाली 135 सीटों पर बीजेपी का फोकस बनाया खास प्लान बुन्देलखंड, विंध्य, चंबल के सीमावर्ती क्षेत्रों में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की भी दलित वोटर्स में अच्छी खासी पैठ है। प्रदेश में करीब 15 से 20 ऐसी सीटें हैं जहां बीएसपी के प्रत्याशी दूसरे- तीसरे नंबर पर रहते हैं। बीजेपी इसी वोटर को जोडने की कोशिश में जुटी है।