जीएसटी अधिकारियों ने 1,048 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया
नई दिल्ली। मेरठ स्थित केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) आयुक्तालय की कर चोरी रोधी शाखा ने एक ऐसे सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसने माल की आपूर्ति के लिए 232 फर्जी कंपनियों के नाम पर फर्जी बिल जारी कर 1,048 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का फर्जी दावा किया था।
सिंडिकेट द्वारा अपराध की आय रखने के लिए उपयोग किए जाने वाले पांच बैंक खातों को अस्थायी रूप से अटैच किया गया है।
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि फर्जी कंपनी बनाने और पैसे निकालने के लिए फर्जी चालान बनाने में अपराधी और साजिशकर्ता होने के आरोप में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इन शेल कंपनियों के नाम पर फर्जी बिलों के जरिए आपूर्तिकृत दिखाए गए सामान की कुल कीमत करीब 5,842 करोड़ रुपये है।
जांच विभिन्न विश्लेषणात्मक उपकरणों जैसे ई-वे कॉम्प्रिहेंसिव पोर्टल, अद्वैत (एडवांस एनालिटिक्स इन इनडायरेक्ट टैक्सेशन) और बिजनेस इंटेलिजेंस एंड फ्रॉड एनालिटिक्स (बीआईएफए) के माध्यम से की गई थी।