लोकसभा चुनाव विशेष: पूर्वांचल से चुनावों में किस्मत आजमा चुके हैं कई दिग्गज
लखनऊ (टीकम दत्त पांडेय)। पूर्वांचल से चुनावी भाग्य आजमाने वालों में ऐसे भी राजनेता रहे, जिनका कद उनकी पार्टी या दल से नहीं बल्कि व्यक्तित्व से रहा। इनमें से कुछ लोग पूर्वांचल की माटी से थे तो कुछ बाहरी। इसके बावजूद इन सबकी खूबियां लगभग एक समान रहीं।
अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज रहे इन लोगों की कभी पूर्वांचल की राजनीति में धाक रही। लेकिन, इन्हें भी हार-जीत का खट्टा-मीठा स्वाद मिलता रहा। अब भी चुनावों के समय उन्हें याद किया जाता है। यहां जानते हैं इन शख्सियतों के बारे में…
गोरखपुर की राजनीति को दशकों तक कवर करने वाले गिरीश पांडेय बताते हैं कि बहुसंख्यक समाज को जोडऩे के लिए सहभोजों के क्रम में उन्होंने बनारस में संतों के साथ डोमराजा के घर भोजन किया। 1998 में अपने उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपने के बाद एक तरह से उन्होंने राजनीति से संन्यास ही ले लिया।