विकास अनुदान में तीन लाख रुपये की हेराफेरी के आरोप में निगरानी ब्यूरो ने मामला दर्ज किया है.

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के दौरान राज्य सरकार द्वारा गांव नूरपुर, जिला एसबीएस नगर को विकास कार्यों के लिए जारी की गई ग्रांटों में गांव के पूर्व सरपंच सुरिंदर सिंह, ग्राम पंचायत सचिव अशोक कुमार, निवासी गांव बघोरां, जिला शहीद.भगत सिंह नागर और मलकीत राम निवासी गांव सरहल काजियान, जिला शहीद भगत सिंह नगर ने 3,14,500 रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज कर उक्त पूर्व सरपंच सुरिंदर सिंह और मलकीत राम को गिरफ्तार कर लिया है. पंचायत सचिव की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि एक शिकायत की जांच में पाया गया कि उक्त गांव नूरपुर में वर्ष 2014 से 2017 तक गलियां, नालियां, सीवरेज, एससी उपलब्ध नहीं करवाया गया। और बी.सी. धर्मशालाओं के निर्माण सहित श्मशान घाट के निर्माण के लिए प्राप्त अनुदान में से बजरी के भुगतान के संबंध में कैश बुक में फर्जी प्रविष्टियां दिखाकर, उन्होंने मलिकित राम के बैंक से यह पैसा निकाल लिया और आपस में बांट लिया। इन अभियुक्तों के पास इस रेत/बजरी के उपयोग तथा इस भुगतान के संबंध में किसी भी रजिस्टर में कोई निराकरण नहीं पाया गया है।