हरियाणा की राजनीति में चौथे ‘लाल’ का वर्चस्व
हरियाणा के तीनों ‘लालों’ के ‘लाल’ अब पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की शरण में आ चुके हैं। वह सभी मुक्त कंठ से मनोहर लाल की शान में कसीदे पढ़ रहे हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर धन्य हो रहे हैं ।ऐसे में मनोहर लाल का सिर गर्व से ऊंचा होना स्वाभाविक है। जब कभी देश की राजनीति में चौधरी देवीलाल, चौधरी बंसीलाल व चौधरी भजनलाल की तूती बोलती थी तब मनोहर लाल लाइमलाइट में भी नहीं थे, लेकिन बदले राजनीतिक परिदृश्य में आज मनोहर लाल राजनीति के सरताज माने जाने लगे हैंl सभी उनका और वर्धस्त पाने के लिए तीनों लालों के ‘लाल’ मे होड़ लगी हुई है ।
हालांकि पूर्व में सभी तीन लालों का बीजेपी से साथ संबंध रहा है, लेकिन उनके अनुभव कड़वे और खट्टे ही रहे हैं। चौधरी देवीलाल ने 1987 में भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन में सरकार बनाई काफी उतार चढ़ाव के बाद इतने बड़े बहुमत वाली सरकार बनी और इसी बीच चौधरी ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तब भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन तोड़ लिया और सरकार अल्पमत में चली गई थी। अंतत सरकार गिरी। इसके बाद 1996 में चौधरी बंसीलाल ने हरियाणा विकास पार्टी का गठन किया और भाजपा के साथ गठबंधन में 1997 मे सरकार बनी। 1999 में भाजपा ने फिर बंसीलाल सरकार से समर्थन वापस लिया , फिर सरकार ओंधे मूंह गिरी। इसकी परिणीति चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई फिर फिर 1999 में भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा सरकार बनी लेकिन ओम प्रकाश चौटाला द्वारा केंद्र सरकार से समर्थन वापस देने के बाद गठबंधन टूटा