कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सिंगल लाइन प्रस्ताव पारित, विधायकों ने आलाकमान पर फैसला छोड़ा।
कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश में अपने मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं तय कर पाई। शुक्रवार को 40 विधायकों और केंद्रीय पर्यवेक्षकों के बीच करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग में अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया गया। अब मुख्यमंत्री का फैसला सीधे दिल्ली से होगा।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद प्रेसवार्ता के दौरान राजीव शुक्ला ने कहा कि किसी भी विधायक ने किसी एक नाम का सुझाव नहीं दिया और सभी कांग्रेस विधायकों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया कि सीएम चुनने का निर्णय पार्टी हाईकमान पर छोड़ दिया जाए। हम अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को कल सौंपेंगे। मीडिया में पार्टी के अंदर टूट की बात करना बिल्कुल गलत है। कांग्रेस पार्टी एकजुट है।
https://twitter.com/AHindinews/status/1601258463036059648
हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजीव शुक्ला ने प्रेसवार्ता में कहा कि कुछ विधायकों को आने में देर हुई। बैठक में40 विधायक थे। विधायकों ने निर्णय लिया कि पार्टी हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया जाये।