हरियाणा मुक्केबाज नूपुर ने भोपाल में जीता गोल्ड ये देश की पहली ऐसी बॉक्सर हरियाणा के भिवानी की नूपुर सिंह ने भोपाल में चल रही नेशनल वुमंस बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। नूपुर भारत के पहले एशियन गोल्ड मेडलिस्ट मुक्केबाज हवा सिंह की पोती हैं। 60-70 के दशक में हवा सिंह का डंका बजता था। वे अर्जुन और द्रोणाचार्य अवॉर्ड पाने वाले देश के पहले बॉक्सर हैं। साथ ही एशियन गेम्स में दो गोल्ड जीतने वाले भी पहले मुक्केबाज थे।
हवा सिंह के बाद उनके बेटे संजय सिंह भी बॉक्सिंग के नेशनल चैम्पियन बने। अब संजय सिंह की बेटी नूपुर सिंह परिवार की इस विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। नूपुर भी बॉक्सिंग की नेशनल चैम्पियन हैं। नुपूर देश की पहली ऐसी बॉक्सर है जिनके पिता और दादा भी नेशनल चैम्पियन रहे हैं।
5 साल पहले ही शुरू किया बॉक्सिंग करियर
पिता और दादा दोनों की लंबाई छह फीट से ज्यादा है। मेरी लंबाई भी 6 फीट एक इंच है। मैं अभी 24 साल की हूं। मैंने 5 साल पहले ही बॉक्सिंग शुरू की। पहले मेरा फोकस पढ़ाई पर था और ग्रेजुएशन कर लिया है। लेकिन मेरे खून में ही बॉक्सिंग है, इसलिए शायद मैं महज 5 साल के कॅरियर में ही नेशनल और इंटरनेशन बॉक्सर बन गई।
मेरे पिता संजय सिंह मेरे कोच हैं। दादा के बारे में तो पूरी दुनिया जानती है। मेरा एक भाई है, लेकिन वह बॉक्सिंग नहीं खेलता। वह कहता है कि यह कैसा खेल इसमें हारो तो भी पिटो और जीतो तो भी पिटो।
टिकट कलेक्टर हैं नूपुर भर चुकीं कई लोगों का फाइन
हट्टी-कट्टी हरियाणवी छोरी नूपुर खेल कोटे से रेलवे में टिकट कलेक्टर है। इसलिए रेलवे का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनकी ड्यूटी भिवानी स्टेशन पर रहती है, लेकिन उन्होंने आज तक किसी से जुर्माना नहीं किया, कई बार अपनी जेब से दूसरों का फाइन भर चुकी हैं। नूपुर कहती हैं कि गरीबों से जुर्माना वसूलना मेरे बस की बात नहीं है।