हिमाचल में इलेक्ट्रिक बसों के लिए आज खुलेगी बिड
शिमला-हिमाचल पथ परिवहन निगम ने 100 इलेक्ट्रिक बसें खरीदनी है, मगर वह बसें नहीं ले पा रहा है। इसके लिए सरकार ने बजट भी मंजूर कर रखा है, मगर निर्माता कंपनियों का रुझान ठीक नहीं है। एक बार फिर से निगम ने इन बसों की खरीद के लिए टेंडर किया है, जिसकी बिड सोमवार को खोली जाएगी। सूत्रों के अनुसार इस बार भी टेंडर में दो ही कंपनियों ने हिस्सा लिया है और हो सकता है कि निगम को इनमें से ही किसी एक को काम देना पड़े, क्योंकि बार-बार टेंडर करने के बाद भी कंपनियां आगे नहीं आ रही है। उनका रुझान नहीं होने के कारण मामला लटकता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पथ परिवहन निगम को 100 बसों की खरीद के लिए काफी समय पहले मंजूरी दे दी है। निगम का बेड़ा इलेक्ट्रिक बसों से बदला जाना है। इसके लिए 200 बसों की खरीद का एक प्रोपोजल है, मगर उसके लिए भी अभी टेंडर किया जाना है।
पिछली बार भी बिड में दो कंपनियों ने ही टेंडर भरा था और निगम ने तब भी यही निर्णय लिया कि इसमें प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया जाना चाहिए। ऐसे में अब सोमवार को बिड खोलने की तारीख रखी गई है। बहरहाल यहां पर बसों की काफी ज्यादा जरूरत है और इलेक्ट्रिक बसों की खरीद में चार महीने पहले ही निकल चुके हैं और अभी भी जो कंपनी बसें बनाएगी, उसे एक साल लगेगा ही लगेगा। इसके साथ ही डीजल की 200 बसों की खरीद होनी है, परंतु कब तक होगी, यह तय नहीं है। निगम के एमडी रोहन चंद ठाकुर का कहना है कि सोमवार को इलेक्ट्रिक बसों की बिड खुलेगी, जिसके बाद आगे क्या करना है यह तय किया जाएगा। इस बार भी फिलहाल दो ही कंपनियों ने रुझान दिखाया है।
निर्माता कंपनी को 11 महीने में देनी होंगी सभी बसें
100 इलेक्ट्रिक बसें यहां पर खरीद जानी है और एक बस लगभग एक करोड़ रुपए की पड़ रही है। परिवहन निगम ने शर्त रखी है कि एक साथ सभी बसें निर्माता कंपनी को देनी होंगी, जिनकी टेस्टिंग के साथ उनको सडक़ों पर उतारा जाएगा। लगभग 11 महीने का समय बसें देने के लिए दिया गया है। अब इतने समय में इतनी बसों का निर्माण कर उन्हें देने के लिए कंपनियां कुछ आनाकानी कर रही हैं, जिसमें उनको कुछ रियायत दी जा सकती है, मगर यह सब बातचीत के बाद तय होगा। अभी सोमवार को बिड खुलेगी, जिसके बाद बातचीत का दौर आगे बढ़ेगा। निगम को अपनी शर्तों में कुछ ढील भी देनी पड़ सकती है।