हरियाणा
नई बिजली दरों की घोषणा से पहले एचईआरसी ने गुरुग्राम में सुनी बिजली उपभोक्ताओं की दलीलें

चंडीगढ़, 20 जनवरी- हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग प्रदेश में वर्तमान बिजली संसाधनों को ध्यान में रखते हुए बेहतर व्यवस्था देने के लिए प्रतिबद्ध है और उपभोक्ताओं के हित ही आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस कड़ी में वर्ष 2023-24 के लिए नई बिजली दरें तय करने से पहले आज गुरुग्राम में उपभोक्ताओं की दलीलें सुनी।
एचईआरसी के अध्यक्ष आर.के. पचनंदा ने गुरुग्राम के पावर ग्रिड स्थित एमपी हॉल में बिजली उपभोक्ताओं की दलीलें सुनने उपरांत उन्होंने विद्युत उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया कि उपलब्ध संसाधनों को ध्यान में रखते हुए बिजली उपभोक्ताओं के हित और संतुष्टि उनके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसके लिए आयोग पहले ही उपभोक्ताओं की शिकायतों के निवारण के लिए सर्कल स्तर पर उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच (सीजीआरएफ) का गठन कर चुका है। इस अवसर पर गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद के उद्योग संगठनों व व्यावसायिक श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं ने अपनी सुझाव और दलीलें भी दी।
बैठक में आयोग के सदस्य नरेश सरदाना, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के प्रबंध निदेशक अमित खत्री, एचईआरसी के निदेशक (टैरिफ) संजय वर्मा, उप-निदेशक (मीडिया) प्रदीप मलिक सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे।
श्री आर.के. पचनंदा ने कहा कि बिजली वितरण निगमों द्वारा आगामी वित्त वर्ष के लिए वार्षिक राजस्व आवश्यकता (एआरआर) के लिए जो पेटिशन दायर की हुई थी, उन पर बिजली उपभोक्ताओं के सुझाव लिए बिना एआरआर का आर्डर अधूरा है। इसलिए आयोग बिजली उपभोक्ताओं से इस संबंध में सुझाव लेने के लिए गुरुग्राम आया है। श्री पचनंदा ने बिजली उपभोक्ताओं से कहा कि इस एआरआर पर यदि किसी उपभोक्ता ने कोई अन्य महत्वपूर्ण सुझाव देना है तो वह आगामी तीन दिनों में आयोग को लिखित में सुझाव दे सकता है।