मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन जरूर करें ये कार्य,प्राप्त होगा पितरों का आशीर्वाद
धार्मिक मान्यता है कि मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि पर पितरों को तर्पण करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा व्यक्ति पर बरसती है। इससे व्यक्ति के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। अतः साधक अमावस्या तिथि पर पितरों की भी पूजा करते हैं। अगर आप भी पितरों की कृपा के भागी बनना चाहते हैं तो मार्गशीर्ष अमावस्या पर पितरों की पूजा-अर्चना करें।
मार्गशीर्ष अमावस के दिन सुबह स्नान करना पीपल वृक्ष के नीचे जल चढ़ाना और साथ में किसी भी व्यक्ति को दान दक्षिणा जो आर्थिक स्थिति से कमजोर हो उसको दान करना या उसको खाना देना और इस प्रकार से मंदिर में खाना देना तो इस का महत्व बहुत अधिक उत्तम रहेगा।
प्रयोग के तौर पर मार्गशीर्ष अमावस के दिन बबुल का पेड़ के नीचे पितरों के लिए भोजन रखें साथ ही बबुल वृक्ष के नीचे श्रद्धा और भाव के साथ कच्चा दूध चावल बताशे दो लॉन्ग चढ़ाने से कहीं व्यापार संबंधित जो समस्या है उसका भी निवारण है
12 दिसंबर को मार्गशीर्ष अमावस्या है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा, जप-तप और दान-पुण्य किया जाता है। साथ ही पितरों का तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या तिथि पर पितरों का तर्पण करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा व्यक्ति पर बरसती है। इससे व्यक्ति के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। अतः साधक अमावस्या तिथि पर पितरों की भी पूजा करते हैं। अगर आप भी पितरों की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष अमावस्या पर पितरों की पूजा-अर्चना करें।
डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।Hindxpress.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें। संपर्क करें – ज्योतिषाचार्य मुकेश नारंग-+91-7065336543 |