मोरबी हादसा: पुलिस ने दाखिल की 1262 पेज की चार्जशीट, ओरेवा ग्रुप के एमडी का नाम भी चार्जशीट में शामिल
मोरबी हादसा: जयसुख पटेल ने बीती 20 जनवरी को मोरबी की सेशन कोर्ट में याचिका दायर कर अग्रिम जमानत की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।
मोरबी पुल हादसा मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। 1262 पेज की इस चार्जशीट में पुल का संचालन करने वाली कंपनी ओरेवा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर जयसुख पटेल को भी आरोपी बनाया गया है।
ऐसे में जयसुख पटेल पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ऐसे में जयसुख पटेल ने बीती 20 जनवरी को मोरबी की सेशन कोर्ट में याचिका दायर कर अग्रिम जमानत की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।
मोरबी पुल हादसे में गुजरात सरकार भी मोरबी न्यायपालिका को भंग कर सकती है। इसके लिए सरकार ने पहले नगरपालिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अगर सरकार नगरपालिका के जवाब से संतुष्ट नहीं हुई तो वह नगरपालिका को भंग भी कर सकती है।
वहीं सरकार के कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए नगरपालिका ने एसआईटी द्वारा जब्त दस्तावेजों को वापस लौटाने की मांग की है। नगर पालिका का कहना है कि हादसे के बाद से सभी दस्तावेज मामले की जांच कर रही एसआईटी के पास हैं, ऐसे में उसे सरकार के नोटिस का जवाब देने के लिए दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी।
30 अक्टूबर 2022 को मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बना सस्पेंशन पुल टूट गया था। जिसके चलते 135 लोगों की मौत हो गई थी। यह पुल ब्रिटिश काल में बना था और नगर पालिका के समझौते के तहत ओरेवा ग्रुप इस पुल का संचालन और रखरखाव कर रहा था। 30 अक्टूबर 2022 को मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बना सस्पेंशन पुल टूट गया था।
जिसके चलते 135 लोगों की मौत हो गई थी। यह पुल ब्रिटिश काल में बना था और नगर पालिका के समझौते के तहत ओरेवा ग्रुप इस पुल का संचालन और रखरखाव कर रहा था। पुलिस ने ओरेवा ग्रुप के 4 कर्मचारियों को इस मामले में पहले ही गिरफ्तार किया है। जिनमें दो मैनेजर और दो टिकट क्लर्क शामिल हैं।