नगर निगम अधिकारियों का कार्य विभाजन
MP भोपाल नगर निगम में आयुक्त रौशन कुमार सिंह के आने के बाद से नए सीरे से अधिकारियों के कार्यविभाजन के कयास मंगलवार को दूर हो गए। अपर आयुक्त आदित्य नागर के काम के बोझ को कम किया है। लंबे समय से नागर निगम के ज्यादातर विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अपर आयुक्त आशीष पाठक और राधेश्याम मंडलोई की जिम्मेदारी बढ़ाई गई है।
आदेश के मुताबिक अपर आयुक्त आदित्य नागर (राज्य वित्त सेवा) के पास राजस्व विभाग, फायर ब्रिगेड, विधि विभाग, रिकाॅर्ड, समग्र सामाजिक सुरक्षा विभाग, लेखा पेंशन, जनसंपर्क विभाग, स्टोर, कपिला गोशाला व अध्यक्ष निविदा समिति रहेगी।
इसी तरह अपर आयुक्त आशीष पाठक स्वच्छ भारत मिशन, उद्यान, प्रकाश, स्वास्थ्य विभाग, शिल्पज्ञ, सिंहस्थ सेल, सीईओ सिटी बस, आईटी सेल और प्रोजेक्ट सेल देखेंगे।
अपर आयुक्त राधेश्याम मंडलोई राजस्व विभाग अन्य कर, पीएम आवास योजना, निगम सचिव कार्यालय, नगरीय शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ, एनयूएलएम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी संधारण खंड, जन्म-मृत्यु विवाह पंजीयन, निर्वाचन शाखा, जनगणना, श्रमिक सेल, कंट्राेल रूम, जनसुनवाई, सीएम हेल्पलाइन, रेन बेसरा, वैक्सीनेशन और सामुदायिक भवन देखेंगे।
वहीं उपायुक्त चंद्रशेखर निगम को अन्य कर और अतिक्रमण का प्रभार दिया गया है। यह दोनों प्रभार सहायक आयुक्त नीता जैन संभाल रही थी।
विवादों से घिरी सहायक आयुक्त जैन से लिया प्रभार
सहायक आयुक्त नीता जैन से अन्य कर और अतिक्रमण का प्रभार लेकर उपायुक्त निगम को दिया है। जैन लंबे समय से विवादों में रहीं। कार्तिक मेले में दुकानों के टेंडर में जनप्रतिनिधियों के आदेश की अवहेलना हो या फिर चरक के सामने अस्थाई दुकान लगाने वालों का सामान बगैर अफसरों की मौजूदगी में कर्मचारियों द्वारा सामान को समेटना।
इसके बाद कर्नाटक से आए महापौर के दल के आने पर खुद उपस्थित नहीं रहना। वहीं नानाखेड़ा पार्किंग में धांधली को महापौर द्वारा स्वयं पकड़ना, जिसके बाद संकेत मिल चुके थे कि उनपर जल्द कार्रवाई हाे सकती है।
स्थापना और सामान्य प्रशासन विभाग किसी के पास नहीं
विभागों के बंटवारे में किसी भी अपर आयुक्त को स्थापना और सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी नहीं दी है। संभवत: दोनों विभाग आयुक्त स्वयं देखेंगे। नगर निगम अधिकारियों का कार्य विभाजन वहीं एक चुनौती अपर आयुक्त आशीष पाठक को लेकर रहेगी। जिन्हें 9 विभागों की जिम्मेदारी दी है लेकिन निगम के कामों में उनकी दिलचस्पी अभी तक नहीं दिखी।