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बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए सिविल सर्जन फाजिल्का डाॅ. चंद्र शेखर कक्कड़ ने कहा कि बरसात के मौसम में सांप काटने के मामले आम हैं। उन्होंने कहा कि सांप काटने की घटनाओं से निपटने के लिए जिला अस्पतालों फाजिल्का, अबोहर और जलालाबाद में सांप रोधी टीके उपलब्ध हैं और मरीजों को बिना किसी देरी के टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सांप काटने के बाद पीड़ित को अप्रशिक्षित लोगों के पास न जाकर सरकारी अस्पताल में लाना चाहिए. किसी भी चिकित्सीय जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सांप के काटने पर तुरंत एंबुलेंस बुलाएं या पीड़ित को अपने वाहन से अस्पताल ले जाएं और विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज कराएं। पीड़ित को हौसला देते रहें और स्प्लिंट की मदद से अंग को स्थिर रखें। उन्होंने कहा कि सांप के काटने पर घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सांप के काटने का इलाज संभव है। जिस जगह पर सांप ने काटा हो उस जगह को न काटें और न ही मुंह से जहर निकालने की कोशिश करें। काटने वाली जगह पर बर्फ न लगाएं या मालिश न करें। काटने वाली जगह पर खुद से दवा न लें या कोई जड़ी-बूटी न लगाएं।
उन्होंने कहा कि काटने से बचने के लिए बारिश या बाढ़ के पानी में जाने से बचें और बाहर निकलते समय बंद जूते या लंबे जूते पहनें। रात में हमेशा टॉर्च का प्रयोग करें। अपने घर एवं आस-पास को साफ-सुथरा रखें। इस मौके पर डॉ. कविता सिंह, डॉ. सुनीता कंबोज, विनोद खुराना, दिवेश कुमार और हरमीत सिंह मौजूद रहे।