
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के महिला पहलवानों ने मोर्चा खोल दिया है। सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दिल्ली के जंतर-मंतर पर 200 से ज्यादा खिलाड़ी बुधवार यानी 18 जनवरी से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरुवार को भी उनका प्रदर्शन जारी रहा।
बजरंग पुनिया ने वृंदा करात को मंच से उतारा
इधर, धरने के दौरान कम्युनिस्ट पार्टी की नेता वृंदा करात स्टेज पर चढ़ गई। उनसे बजरंग पुनिया ने नीचे आने का आग्रह किया। बजरंग ने कहा कि, प्लीज इस मुद्दे को राजनितिक मत बनाइए। हमारी लड़ाई फेडरेशन से है न कि सरकार से।
#WATCH धरना-प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के पास CPM नेता वृंदा करात पहुंची।
पहलवान बजरंग पूनिया ने उनको मंच से नीचे जाने के लिए कहते हुए कहा, "आप से अनुरोध है कि आप नीचे आ जाइए। माइक किसी को नहीं मिलेगा। आप से अनुरोध है कि इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं।" pic.twitter.com/OFlEAhZoKw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 19, 2023
पहलवानों के प्रदर्शन पर बोले हरियाणा के सीएम
इस मामले में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमारी महिला एथलीटों की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है और हम इसे गंभीरता से लेते हैं। हम उनका मनोबल कम नहीं होने देंगे। एथलीटों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से लिया जाएगा।
22 जनवरी को अयोध्या में संघ की बैठक, पद छोड़ सकते हैं सिंह
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कुश्ती महासंघ की एग्जीक्यूटिव कमेटी और सालान बैठक (AGM) 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली है। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह भी इस बैठक में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बृजभूषण शरण सिंह इस बैठक में अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं।
कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ढोल बजाया। इससे पहले उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने सुशासन और सद्भाव का वो रास्त चुना है जो सदियों पहले भगवान बस्वेश्वरा ने देश-दुनिया को दिया था। भगवान बस्वेश्वरा ने अनुभव मंडपम जैसे मंच से सामाजिक न्याय और लोकतंत्र का एक मॉडल दुनिया को दिया। समाज के हर भेद-भाव से ऊपर उठकर सबके सशक्तिकरण का मार्ग उन्होंने हमें दिखाया था।