हरियाणा

रेवाड़ी में दो हजार की रिश्वत लेते जीएसटी इंस्पेक्टर रंगे हाथों गिरफ्तार।

रेवाड़ी में विजिलेंस ने मंगलवार को छापेमारी करते हुए जीएसटी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी इंस्पेक्टर ने जीएसटी नंबर जारी करने से पहले की जाने वाली वैरिफिकेशन को लेकर दो हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया है।

 

 

विजिलेंस टीम से मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी जिले के गांव ततारपुर इस्तमुरार निवासी संजीव कुमार ने कुछ समय पहले बैटरी का कारोबार शुरू करने के लिए एक फर्म बनाई थी। उसने फर्म की लोकेशन गांव में ही दिखाई गई है। इस फर्म के लिए संजीव को GST नंबर की जरूरत थी। संजीव ने जीएसटी नंबरों के लिए विभाग में आवेदन किया था। जीएसटी नंबर के लिए विभागीय अधिकारी द्वारा मौके पर जाकर वैरिफिकेशन की जाती है। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस के इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा की अगुवाई में विजिलेंस टीम गठित की गई और धारूहेड़ा के BDPO करतार सिंह को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया।

यह भी पढ़ें ...  हरियाणा सरकार पदोन्नति के लिए बनाएगी पॉलिसी

मंगलवार को फर्म की वैरिफिकेशन के लिए जीएसटी इंस्पेक्टर शिवपाल सिंह गांव ततारपुर इस्तमुरार पहुंच गया। शिवपाल द्वारा संजीव से रिश्वत के 2 हजार रुपए लेते ही विजिलेंस की टीम ने मौके पर ही दबोच लिया। टीम आरोपी को रेवाड़ी स्थित विजिलेंस ऑफिस ले गई। विजिलेंस इंस्पेक्टर नवल किशोर शर्मा ने बताया कि फर्म वेरीफिकेशन की एवज में टैक्स इंस्पेक्टर ने दो हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी तथा उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है

यह भी पढ़ें : पंचकूला में ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों पर लाठीचार्ज

यह भी पढ़ें : पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा बोले -प्रजातंत्र में लाठी और गोली के जोर नहीं चल सकती सरकार

Hindxpress.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button