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अमृतपाल सिंह पंजाब से जा चुका है! अब इस राज्य में होने का संदेह, जानें क्या बोले -IG सुखचैन सिंह गिल

अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे का चीफ और खालिस्तान समर्थक को पंजाब पुलिस छह दिन बाद भी गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पाई है। फिलहाल अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस कई राज्यों में सर्च ऑपरेशन चला रही है और छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो वह पंजाब से भाग गया है। हरियाणा के जिला कुरुक्षेत्र के शाहबाद में अमृतपाल19 और 20 मार्च को रुका था। इसी कड़ी में पंजाब पुलिस के हाथ एक महिला लगी है जिसने अमृतपाल को शाहबाद अपने घर में छिपाया था। पुलिस मालूम करने में जुटी है कि क्या शाहबाद की रहने वाली इस महिला को अमृतपाल पहले से जानता था या महिला के घर वह जबरदस्ती घुसा था।

अमृतपाल को पकड़ने ने पंजाब के पड़ोसी राज्यों के अलावा उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। गुरुद्वारों की भी जांच की जा रही है। इन सभी राज्यों की पुलिस से मदद ली जा रही है। अमृतपाल के साथी तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा को लुधियाना में गिरफ्तार किया गया है। वह अमृतपाल का गनर है।

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वहीँ पुलिस ने ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों को अजनाला कोर्ट में पेश किया। SP जुगराज सिंह ने बताया, “हमने कोर्ट के सामने 10 लोगों को पेश किया है। कोर्ट ने इन लोगों को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। हम इनको 2 दिन बाद फिर से कोर्ट के सामने पेश करेंगे।”

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ख़बरों के मुताबिक पुलिस और खुफिया एजेंसियों को जांच के दौरान पता चला कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को 158 विदेशी खातों से फंडिंग की जा रही थी। बताया जा रहा है इनमें से 28 खातों से 5 करोड़ से ज्यादा की रकम भेजी गई थी। इन खातों का संबंध पंजाब के माझा और मालवा से है। अमृतसर, तरनतारन, बटाला, गुरदासपुर, जालंधर, नवांशहर, कपूरथला और फगवाड़ा के खातों का संबंध अमृतपाल से मिला है।

 

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