हरियाणा

केयू में चार दिवसीय रत्नावली राज्य स्तरीय सांस्कृतिक समारोह का हुआ सफल समापन

कुरुक्षेत्र, 31 अक्टूबर। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संगठक सतीश ने कहा कि हमारी संस्कृति बहुत श्रेष्ठ व समृद्ध है । कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रत्नावली समारोह से देश व प्रदेश में इस विश्वविद्यालय की एक पहचान है। इस उत्सव के माध्यम से कुुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के कार्य के साथ-साथ युवा पीढ़ी में अपनी संस्कृति को लेकर संवेदनशीलता पैदा कर रहा है। किसी भी समाज की पहचान उसकी संस्कृति से होती है।
वे मंगलवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में आयोजित चार दिवसीय राज्य स्तरीय रत्नावली समारोह के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने मुख्यातिथि सतीश जी को स्मृति चिन्ह, तुलसी का पौधा, स्वदेशी टोकरी, अंगवस्त्र व श्रीफल देकर सम्मानित किया। इसके साथ फिल्म अभिनेता व दादा लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी आफ परफोर्मिंग एंड विजुअल आर्टस, रोहतक के कुलपति गजेन्द्र चौहान, कुलपति प्रो. सुदेश छिक्कारा, प्रॉक्टर प्रो. सुनील ढींगरा, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. ब्रजेश साहनी को भी सम्मानित किया। उनके साथ मंच पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शुचिस्मिता, निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया, सांस्कृतिक परिषद के प्रधान डॉ. संदीप कंधवाल व डॉ. गुरचरण सिंह मौजूद थे।

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राष्ट्रीय सह-संगठक सतीश जी ने कहा कि विद्यार्थियों ने रत्नावली में अपने उत्पाद बनाकर व उन्हें बेचकर जो अर्जित किया है उससे विद्यार्थी अपनी संस्कृति के साथ-साथ स्वरोजगार के प्रति प्रवृत्त करने का प्रयास भी रत्नावली कार्यक्रम के बीच से निकल रहा है। हमारे युवा यदि स्वरोजगार व स्वालम्बन के पथ से अपनी जीवन यात्रा आगे बढ़ाते हैं तो निश्चित रूप से न वे केवल सांस्कृतिक बल्कि आर्थिक रूप से भी समृद्ध होंगे। हमारे युवाओं में क्षमताएं कम नहीं हैं। युवाओं को अपना उद्यम कम्पनी व ब्रैंड उत्पन्न करके बहुत बड़ी समृद्धि हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व की सबसे बड़ी ताकत बनाना है तो हमें उद्यमिता के पथ पर जाना है। अपनी संस्कृति को सहेजने, उभारने और अपने आप को स्वरोजगार व उद्यमिता की तरफ ले जाने में रत्नावली कार्यक्रम सफल रहा है।

इस मौके पर राष्ट्रीय सह-संगठक, स्वदेशी जागरण मंच के सतीश जी, कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, फिल्म अभिनेता गजेन्द्र चौहान, सहित भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां, सोनीपत की कुलपति प्रो. सुदेश छिक्कारा, कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया सहित अन्य अतिथियों ने रत्नावली समारोह 2023 की विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी रहे प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। अंत में विद्यार्थियों ने लूर नृत्य, टिट् बिट्स, ग्रुप डांस रसिया, हरियाणवी स्किट, समूह नृत्य हरियाणवी व हरियाणवी रागनी की प्रस्तुति दी।

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कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा की युवा पीढ़ी रत्नावली के माध्यम से हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत को जिंदा रखने का काम कर रही है। ऐसी पीढ़ी पर प्रदेश के हर व्यक्ति को नाज है।

रत्नावली कार्यक्रम में ओवल ऑल ट्राफी के विजेता
रत्नावली फेस्टिवल 2023 की ओवर आल चैम्पियन ट्राफी आर्य पीजी कॉलेज पानीपत ने प्राप्त की
म्यूजिक इवेंटस व डांस इवेंट्स की ओवरऑल ट्राफी आर्य पीजी कॉलेज पानीपत के विद्यार्थियों ने प्राप्त की। थियेटर इवेंटस की ओवरऑल ट्रॉफी संयुक्त रूप से आरकेएसडी पीजी कॉलेज, कैथल व आर्य कॉलेज पीजी कॉलेज पानीपत ने प्राप्त की। लिटरेरी इवेंट्स की ओवरऑल ट्रॉफी गवर्नमेंट कॉलेज, जींद ने प्राप्त की।

फाईन आर्टस इवेंटस की ओवर ऑल ट्राफी कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कैम्पस की टीम ने प्राप्त की।
ओवर ऑल रत्नावली रनरअप ट्राफी कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कैम्पस टीम ने प्राप्त की। रत्नावली फेस्टिवल 2023 की ओवर आल चैम्पियन ट्राफी आर्य पीजी कॉलेज पानीपत ने प्राप्त की।

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