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मध्यप्रदेश के भोपाल जिले में अब इंदौर से भी हज की सीधी फ्लाइट

मध्यप्रदेश के भोपाल जिले में हज यात्रा पर जाने वालों के लिए यह काम की खबर है। हज यात्रा के लिए जनवरी के दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन भरने शुरू हो जाएंगे। इस बार इंदौर से भी सीधी फ्लाइट उड़ेगी। इसे लेकर एमपी हज कमेटी ने नेशनल हज कमेटी के चेयरमैन एपी अब्दुल्ला कुट्‌टी को लेटर लिखा है।

भोपाल से सीधी फ्लाइट उड़ने का आश्वासन पहले ही मिल चुका है। नागपुर (महाराष्ट्र) से भी सीधी फ्लाइट उड़ाने की मांग की जा रही है। ताकि छिंदवाड़ा, सिवनी-मालवा, बैतूल आदि जिलों के हज यात्रियों फायदा मिल सके।

हज कमेटी के अध्यक्ष रफत वारसी ने बताया कि 8 जनवरी के बाद आवेदन भरे जाने की शुरुआत होने की उम्मीद है। यह ऑनलाइन प्रोसेस रहेगी। नेशनल हज कमेटी से दिशा-निर्देश मिलेंगे। इसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।

इंदौर के लिए भी बात की

अध्यक्ष वारसी ने बताया कि पहले भोपाल और इंदौर से मदीना के लिए सीधी स्पेशल फ्लाइट थी, जिसे बंद कर दिया गया। अब मुंबई से जाना पड़ता है। इससे हज यात्रियों को ज्यादा राशि चुकाना पड़ती है। इसलिए दिसंबर में हुए सेमिनार में मांग रखी गई थी कि आगामी हज यात्रा के लिए भोपाल और इंदौर से फ्लाइट चालू रहे।

नेशनल कमेटी के अध्यक्ष कुट्‌टी ने भोपाल से फ्लाइट उड़ाने का आश्वासन तभी दे दिया था। इंदौर से भी सीधी फ्लाइट उड़े, इसलिए लेटर लिखा है। इसे लेकर केंद्र स्तर पर बात रखी जा रही है।

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नागपुर से फ्लाइट उड़ाने की यह मंशा

इसके अलावा नागपुर से भी फ्लाइट उड़ाने की बात की गई है। ताकि, नागपुर से जुड़े मध्यप्रदेश के जिलों के हज यात्रियों को भी फायदा मिल जाए। अभी छिंदवाड़ा के यात्री को भोपाल आना हो तो करीब 300 किलोमीटर आना होगा, जबकि नागपुर के लिए सवा सौ किलोमीटर की दूरी ही तय करना पड़ेगी।

हज यात्रा के खर्च में भी कटौती की उम्मीद

हज यात्रा के खर्च में भी कटौती की उम्मीद जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2022 की हज यात्रा में 3.35 लाख से लेकर 4.07 लाख रुपए तक प्रति यात्री खर्च होता था। वर्ष 2019 की तुलना में यह 25% तक ज्यादा है। 2019 में हज यात्रियों को 2.36 से 2.82 लाख रुपए तक खर्च आता था।

इससे यात्रियों को आर्थिक रूप से भी परेशानी उठाना पड़ रही है। इस खर्च को कम करने की मांग की जा रही है। हालांकि, दिसंबर में भोपाल आए नेशनल हज कमेटी के चेयरमैन ने खर्च कम करने की बात कही थी।

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कोटा बढ़ाने की मांग

मध्यप्रदेश से राज्य हज कमेटी के माध्यम से औसतन 4800 यात्री हज करने जाते हैं। वर्ष 2019 में ये आंकड़ा 6000 को छू गया था, जबकि 2022 में ये घटकर 2,275 रह गया था। जानकारी के अनुसार, वर्तमान में ढाई हजार तक कोटा मिलता है, जबकि 2019 में यह पांच हजार था। कोरोना के चलते दो साल यात्रा नहीं गई थी।

पिछले साल कोटा 1780 ही मिला था। हालांकि, यात्री ज्यादा गए थे। आगामी यात्रा में पांच हजार कोटा बढ़ाने की बात कही जा रही है।

यह है हज कमेटी के दायित्व

हज यात्रा के लिए आवेदन बुलाना।

तय कोटा से अधिक संख्या में आवेदन आने पर लॉटरी से चयन करना।

हज यात्रा राशि कौन से बैंक खाते में जमा करना है, ये बताना।

ऑनलाइन आवेदन करने में मदद करना।

मक्का, मदीना में हज कमेटी ऑफ इंडिया के समन्वय से हज यात्रियों के ठहरने, परिवहन, यात्रा संबंधी व्यवस्थाएं कराना।

कैंप में हज करने का तरीका बताना आदि।

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