इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने चंडीगढ़ निवास पर प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 3 दिनों में हरियाणा में राजनीतिक उथल-पुथल और राजनीतिक ड्रामा हुआ। इस दौरान असंवैधानिक काम भी हुआ है जब विश्वास मत हासिल करने के दौरान सदन में 91 सदस्य उपस्थित हुए। जबकि नियमों के अनुसार सदन में सदस्यों की संख्या 90 से अधिक नहीं हो सकती। इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया है। जेजेपी ने गठबंधन टूटने के बाद भी व्हिप जारी करके पार्टी सदस्यों को गैर हाजरी के निर्देश दिए ताकि बीजेपी की मदद की जा सके।
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल को सीएम पद से इस्तीफा इस लिए देना पड़ा क्योंकि सर्वे रिपोर्ट में बीजेपी को बहुमत नहीं मिल रहा है। लोगो ने बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है। यही नहीं जनता सब कुछ जानती है और अबकी बार कांग्रेस को भी सत्ता से दूर रखेंगे क्योंकि कांग्रेस में भी गहरा विवाद है। अब युवा भी राजनेताओं को पहचानने लगे है। आज राजनीतिक लोग अपने स्वार्थ के चलते दल बदल रहे हैं जो युवाओं को कतई पसंद नहीं है। चुनाव आयोग को एक सख्त कानून बनाना चाहिए ताकि जो लोग बाद में पार्टी बदलते है उस पर रोक लगे। आज ईडी और सीबीआई का डर दिखा कर लोगों को डराया जा रहा है। अगर दल बदल पर रोक लग जाये तो ईडी और सीबीआई का डर खत्म हो जाएगा।