हरियाणा विधानसभा चुनाव में अभी काफी समय है, लेकिन हरियाणा में अभी से चुनावी सरगर्मियां देखने को मिल रही है। विपक्ष सरकार पर पोर्टल सिस्टम, चिराग योजना, नूंह हिसा पर सवाल उठा रही हैं। वहीं इन सब सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। जहां उन्होंने पोर्टल सिस्टम की तारीफ करते हुए कहा कि इससे बेईमानी पक्षपात खत्म हुआ है। कोई भी काम बिना सिफारिश के पोर्टल सिस्टम पर अपने आप हो रहा है। कांग्रेस को पोर्टल सिस्टम समझ नहीं आ रहा वो चाहते हैं कि जनता उनके आगे हाथ फैलाए जैसा उनका रवैया रहा है। हम चाहते हैं कि जनता की चीज उन्हें बिना किसी भेदभाव के मिले। आज सभी योजनाओं का लाभ जनता को मिल रहा है । वहीं उन्होंने चिराग योजना को लेकर उठ रहे सवालों पर भी विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
शिक्षा मंत्री ने मानसून सत्र पर कहा कि सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने को तैयार है। चाहे वो नूह हिंसा का मामला हो या बाढ़, हर सवाल का हम जवाब देंगे। नूह हिंसा में शामिल बहुत लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमे और जो कोई भी शामिल है उसे बक्शा नहीं जाएगा, हम सबके चहेरे बेनकाब करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि हमने शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सुपर हंड्रेड और बुनियाद जैसे कार्यक्रम शुरू किए।आज हमारे बच्चे आईआईटी में जा रहे हैं एमबीबीएस कर रहे है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सरकार के पोर्टल सिस्टम पर उठाए जा रहे सवालों के बयान पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस हमेशा अच्छे कामों की आलोचना हीं करती है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सबसे पहले इन्होंने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल की आलोचना की, लेकिन इस पोर्टल से किसानों को लाभ हुआ है। पहले के समय में ऐसा कहा जाता था कि पटवारी गांव में खेत में गया नहीं और मेरी फसल लिखने की बजाय उस रिपोर्ट में कुछ और लिखा गया। जबकि मेरा खेत खाली था। इस प्रकार की कई शिकायतें आती थी, लेकिन पोर्टल में किसान खुद बताता है कि उसके खेत में क्या है। इससे किसानों की समस्या दूर हुई है। मुझे समझ नहीं आता इससे भूपेंद्र सिंह हुड्डा को क्या समस्या है।
शिक्षा मंत्री ने कहा पोर्टल से पक्षपात खत्म हुआ है पहले कोई भी शिकायत होती थी। इंतजार रहता था कि आपका चुना हुआ प्रतिनिधि उसको सुनेगा, लेकिन हो सकता है आपका प्रतिनिधि और आपके विचार एक ना हो. वह आपसे किसी बात से नाराज हो, लेकिन जब आप पोर्टल पर अपनी समस्या डालते हैं और उसका समाधान किया जाता है। हमारी सरकार ने सीएम विंडो की शुरुआत की। जिससे जनता को बहुत बड़ा लाभ मिल रहा है।शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों में मुख्यमंत्री से मिलना ही बहुत बड़ी बात थी और अगर मिलते भी थे तो तब भी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती। हमारी सरकार ने सीएम विंडो चलाई और सीएम विंडो से शिकायत आगे गई। उसको अधिकारियों ने देखा और उसके लिए समय सीमा 3 महीने की निर्धारित की गई है। उस पर समाधान किया जाता है।
शिक्षा मंत्री ने कहा की पार्टी का प्रतिनिधि भी उस पर नियुक्त किया गया है जो आपकी सहमति के बाद ही उस शिकायत को बंद करता है। सीएम विंडो के माध्यम से अब तक 9 लाख से अधिक शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। आज से पहले किसी मुख्यमंत्री ने ऐसा नहीं किया।शिक्षा मंत्री ने कहा हमने एक ऐसा सिस्टम बनाया कि अब लोगों को चक्कर नहीं काटने पड़ते उनकी सभी समस्याएं पोर्टल से हल हो रही है। आज किसी सिफारिश की जरूरत नहीं पड़ती, पक्षपात खत्म हो चुका है। क्योंकि कोई व्यक्ति किसी से नाराज हो सकता है किसी का नजदीकी हो सकता है उससे किसी भी व्यक्ति का काम प्रभावित हो सकता है, लेकिन जो एक सिस्टम है सॉफ्टवेयर है उसमें जो सही डाटा होगा उसके अनुसार काम किया जाएगा। बेईमानी से जो काम होता था उसको हमने खत्म कर दिया। माननीय प्रधानमंत्री ने देश 140 करोड़ लोगों की चिंता की और उनके लिए काम किया।