पंजाबराज्य

Punjab: अनुशंसा से ही नहीं दस्तावेजों के आधार पर बदले जाएंगे स्कूलों के नाम, नए मानक तय

पंजाब के सरकारी स्कूलों के नाम अब शहीदों या स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखने के लिए डीसी, एसएसपी या विभाग द्वारा की गई अनुशंसा से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि अब उनकी शहीदी से जुड़े दस्तावेज भी फाइल में लगाने होंगे। ये दस्तावेज भी विभाग की तरफ से तय कर दिए हैं। दस्तावेज भरने की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसके बाद शिक्षा सचिव की कमेटी में केस आगे जाएगा। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन ने इस संबंधी आदेश जारी कर दिए गए हैं।

विभाग के मुताबिक स्कूल का नाम बदलने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर शहीद वाली श्रेणी में प्रूफ ऑफ डॉक्यूमेंट वाले कॉलम में बैटल कैजुअल्टी या ऑपरेशन कैजुअल्टी सर्टिफिकेट व स्वतंत्रता सेनानी के केस में आजादी में डाले गए सहयोग के लिए दिए गए ताम्रपत्र या पेंशन रिकॉर्ड साथ में लगाया जाए। यदि सर्टिफिकेट नहीं लगाए गए तो केस रद्द कर दिया जाएगा।

इसके बाद स्कूल प्रिंसिपल को दोबारा नए सिरे से केस बनाकर फाइल करना होगा। इसके बाद मंथली मीटिंग में उस पर विचार किया जाएगा। वहीं, विभाग ने सभी जिलों से उन स्कूलों भी सूची मांगी है, जिनके नाम अब तक प्रमुख हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं।

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गौरतलब है कि 2021 में शिक्षा विभाग की तरफ से इस संबंधी एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया था। इसमें पंचायत, एमसी और महत्वपूर्ण विभागों द्वारा की गई सिफारिश के बाद आगे की प्रक्रिया चलती थी जबकि राज्यस्तरीय कमेटी द्वारा मौके पर ही फैसला लिया जाता था। अब उक्त विभागों की रिपोर्ट को पहले ही भेजना होगा।

इससे पहले आपत्तिजनक शब्दों या जाति के आधार पर चल रहे 56 स्कूलों के नाम बदले गए थे। साथ ही कुछ नाम शहीदों के नाम पर रखे गए थे। इस दौरान कुछ नामों को लेकर आपत्ति तक हुई थी। इसके बाद विभाग की तरफ से इस दिशा में कदम बढ़ा दिया गया है।

असम में शहीद हुए जवान के नाम पर रखा स्कूल का नाम
सेना में तैनात गांव गुरु नानकपुरा निवासी रेशम सिंह 2021 में असम में शहीद हो गए थे। अब उनके नाम पर ही उनके इलाके के स्कूल का नाम रखा गया है। सरकारी एलिमेंट्री स्कूल डेरा बाजीगर ब्लॉक रईया का नाम अब शहीद रेशम सिंह गुरुनानकपुरा रहेगा। इसके पीछे कोशिश यही रहेगी कि युवा पीढ़ी को शहीद के जीवन से प्रेरणा मिले।

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इलाके के लोग इस चीज से काफी उत्साहित हैं। अमृतसर जिले से केवल एक नाम का प्रस्ताव शिक्षा विभाग को गया था। इसके अलावा मालेरकोटला में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, मोगा में बाबा बंदा सिंह बहादुर व एक जिले में डॉ. बीआर आंबेडकर के नाम पर स्कूल का नाम रखा गया है।

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