हरियाणा

बारिश ने फेरा किसानों के अरमानों पर पानी,किसानों की मांग- 40 हजार प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकार।

झज्जर (सुमित कुमार)। बे-मौसमी बारिश ने प्रदेशभर में किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। जिस फसल से किसानों ने अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्च, शादी का खर्च और घर का खर्च चलाना था वो फसल बारिस ने बर्बाद कर दी है। तेज आंधी के साथ हुई बरसात ने खेतों में गेंहू की फसल को पूरी तरह से बिछा दिया है। जिसके कारण गेहूं की फसल में 50 से 100 प्रतिशत तक नुकसान दर्ज किया गया है। अकेले बहादुरगढ़ की बात करें तो 35 हजार एकड़ से ज्यादा फसल में 25 से 100 प्रतिशत तक नुकसान दर्ज किया गया है। कृषि विभाग ने भी अपनी रिपोर्ट में करीबन 15 हजार एकड़ में 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान माना है। कृषि विभाग के एसडीओ सुनील कौशिक ने बताया कि 30 मार्च को हुई बारिश ने बहुत ज्यादा नुकसान किया है। फसल काफी खराब हुई है। बहादुरगढ़ में करीबन 70 हजार एकड़ में गेहूं की फसल लगाई गई है जिसमे 35 हजार एकड़ फसल को नुकसान हुआ है।

यह भी पढ़ें ...  हरियाणा में कैदियों को मिलेगी तीन महीने तक की छूट

बारिश से खेतों में गेहूँ की फसल बिछी हुई नजर आती है। मौसम विभाग का मानना है कि अभी बारिस और भी आएगी।ऐसे में किसानों की परेशानी अभी और भी बढ़नी है। किसानो ने सरकार से 40 हजार प्रति एकड़ मुआवजा मांगा है।

प्रदेश सरकार ने भी नुकसान को देखते हुए विशेष गिरदावरी कर मुआवजा देने की बात कही है। इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन कर ई क्षतिपूर्ति पर नुकसान का ब्यौरा किसान को देना जरूरी है। फिलहाल सरकार ने 3 अप्रैल तक के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल फिर से खोल दिया है ताकि किसान अपना रजिस्ट्रेशन कर फसल खराब की जानकारी सरकार को दे सकें।

Hindxpress.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button