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सेना ने कहा चीन बॉर्डर पर हालात कंट्रोल में पूर्वी कमान के कमांडर बोले शांति हो

सेना ने कहा चीन बॉर्डर पर हालात कंट्रोल में पूर्वी कमान के कमांडर बोले शांति हो

तवांग झड़प मामले में सेना की तरफ से आधिकारिक बयान आया है। पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि चीन बॉर्डर पर स्थिति नॉर्मल है। बुमला पास पर झड़प को लेकर फ्लैग मीटिंग की गई। इसमें दोनों देशों के कमांडर मौजूद थे।

जनरल कलिता ने कहा कि शांति और युद्ध दोनों स्थितियों में हम अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। तवांग में अब हालात पूरी तरह से हमारे कंट्रोल में हैं।

उन्होंने कहा कि 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों में हाथापाई हुई। इस दौरान हमारी सेना ने मजबूती से चीनी सेना का मुकाबला किया। हालांकि, कुछ जवानों को मामूली चोटें भी आईं।

600 चीनियों को आर्मी की 3 यूनिट्स ने खदेड़ा था

अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों में हाथापाई हुई। 600 चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए घुसपैठ की कोशिश की थी।

यह पोस्ट यांगत्से में है। भारतीय सैनिकों ने चीनियों को खदेड़ दिया। सेना ने कहा चीन बॉर्डर पर हालात कंट्रोल में पूर्वी कमान के कमांडर बोले शांति हो या युद्धहम देश की रक्षा को हमेशा तैयार 

9 दिसंबर को हुई इस घटना और अब तक क्या हुआ जानिए 8 पॉइंट में

1. लाठी-डंडे से लैस चीनी घुसपैठ करने आए

9 दिसंबर को 600 चीनी सैनिक घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। वे कंटीले लाठी डंडे और इलेक्ट्रिक बैटन से लैस थे। भारतीय सेना भी इस बार पूरी तरह तैयार बैठी थी। हमारी सेना ने भी कंटीले लाठी-डंडों से उनको जवाब दिया। इसमें दर्जनों चीनी सैनिकों की हड्डियां टूटी हैं।

2 तवांग में सामान छोड़कर भागे थे चीनी सैनिक

अरुणाचल के तवांग में झड़प के बाद चीनी सैनिकों भागे तो वे अपना कई सामान छोड़ गए। भारतीय सैनिकों ने झड़प वाली जगह से स्लीपिंग बैग और अन्य उपकरण बरामद किए। इसकी फोटो भी सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो स्लीपिंग बैग मिले हैं, वे ठंडे तापमान में खुले इलाकों में रहने में मदद करते हैं।

3 तवांग में झड़प के बाद फ्लैग मीटिंग हुई चीन से कहा ऐसी हरकत न करें

भारत के जवाबी हमले के बाद 11 दिसंबर को फ्लैग मीटिंग हुई और मसला शांत हुआ। विवाद वाली जगह से फिलहाल दोनों देशों की सेनाएं हट गई हैं। चीन को ऐसे एक्शन के लिए मना किया गया और शांति बनाए रखने को कहा। कूटनीतिक स्तर पर भी मुद्दा उठाया गया।

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4 संसद में राजनाथ और बाहर शाह ने दिया जवाब

राजनाथ ने लोकसभा में कहा- हमारी सेनाएं भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। किसी भी प्रयास को रोकने के लिए तत्पर हैं। विश्वास है सदन सेनाओं की वीरता और साहस को समर्थन देगा। यह संसद बिना किसी संशय के भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और क्षमता का अभिनंदन करेगी।

तवांग झड़प को लेकर संसद में भारी हंगामा हुआ। गृहमंत्री अमित शाह ने संसद के बाहर कहा कि भारत की एक इंच जमीन पर चीन ने कब्जा नहीं किया। कांग्रेस ने प्रश्न काल चलने नहीं दिया।

शाह ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन का प्रश्न काल में जिक्र था। इस फाउंडेशन को चीन से 1.38 करोड़ रुपए मिले थे। कांग्रेस शासन में 1962 में चीन ने हजारों एकड़ जमीन हड़प ली थी।

5. रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन का बयान भी आया

रक्षा मंत्री के बयान के बाद चीन ने भी अपना बयान जारी किया। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, चीन ने कहा- भारतीय सीमा पर हालात स्थिर हैं। हमने भारत से कहा है कि वह सीमा पर शांति स्थापित करने में हमारी मदद करे। वहीं शाम तक चीनी सेना के एक प्रवक्ता का भी बयान सामने आया।

चीनी सेना PLA के वरिष्ठ अधिकारी और वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता लॉन्ग शाओहुआ ने कहा- भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस किया और चीनी सैनिकों के रास्ते में आए, जिससे दोनों ओर से विवाद बढ़ गया। हमने पेशेवर तरीके से मानकों के तहत मजबूत जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद सीमा पर हालात स्थिर हुए।

6. झड़प के बाद मोर्चे पर लड़ाकू विमान अरुणाचल में 3 बार चीनी ड्रोन घुसपैठ रोकी

तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे।

7. झड़प के वीडियो वायरल हुए, यूजर बोले

अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प का जिक्र वर्ल्ड मीडिया में भी हो रहा है। हॉन्गकॉन्ग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कहा कि झड़प के तुरंत बाद दोनों सेनाएं अपने इलाकों में लौट गईं।

BBC ने लिखा- झड़प में भारत से ज्यादा नुकसान चीन के सैनिकों को होने की खबर है। सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। यूजर्स कह रहे हैं कि ये तवांग झड़प के वीडियो हैं। भास्कर इन वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। ज्यादातर यूजर्स एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा को ट्रोल कर रहे हैं।

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8. पिछले साल भी 200 चीनी सैनिकों ने की थी घुसपैठ की कोशिश

पिछले साल इसी क्षेत्र में 200 चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। तब भी भारतीय सैनिकों ने इसे नाकाम कर दिया था। तब पेट्रोलिंग के दौरान सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हो गए थे और कुछ घंटों तक यह सिलसिला चला था। हालांकि इसमें भारतीय जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ और प्रोटोकॉल के मुताबिक बातचीत से विवाद सुलझा लिया गया।

2 साल पहले गलवान में हुई थी झड़प हमारे 20 सैनिक शहीद हुए चीन के 38 मारे गए

15 जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 38 सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने 4 सैनिक मारे जाने की बात ही कबूली थी।

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन हथियाई, पर सरकार उसका जवाब देने के बजाय घाटी के लोगों की जमीन ले रही है।

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन से झड़प पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बुधवार को मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार जवानों को पलटवार की इजाजत नहीं दे रही है। सैनिकों को जवाब देने से रोका जा रहा है। यह खेदजनक स्थिति है।

अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों में हाथापाई हुई। 600 चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए घुसपैठ की कोशिश की थी। यह पोस्ट यांगत्से में है।

भारतीय सैनिकों ने चीनियों को खदेड़ दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना के 3 दिन बाद मंगलवार दोपहर 12 बजे लोकसभा में इस घटना पर जवाब दिया।

अरुणाचल के तवांग में 9 दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों की झड़प के दो दिन बाद चीन ने अपने शिगात्से पीस एयरपोर्ट पर 10 एयरक्राफ्ट तैनात किए थे। इसका खुलासा सैटेलाइट इमेज में हुआ है।

ये इमेज मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने जारी की हैं। इसके मुताबिक भारत-चीन बॉर्डर यानी LAC से करीब 155 किलोमीटर दूर चीन की मिलिट्री एक्टिविटीज देखी गईं।

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