राजनीति

महिला कोच बोली- एसआईटी पर भरोसा नहीं, अब कोर्ट जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं

महिला कोच का आरोप है कि मंत्री के खिलाफ केस वापस लेने के लिए उस पर दबाव बनाया जा रहा है। मकान मालिक उसे तंग कर रहा है। वह अभद्र शब्दों इस्तेमाल और गाली गलौज कर रहा है और अंदर से घर में ताला लगा लिया जाता है।

एक तरफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर दिल्ली में हरियाणा के पहलवान कुश्ती महांसघ के अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। दूसरी तरफ कुछ दिन पहले हरियाणा के खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह पर आरोप लगाने वाली महिला कोच फिर मुखर हो गई है। महिला कोच का कहना है कि मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज होने के 20 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से वह आहत है। यही नहीं, उसने आरोप लगाया है कि खेल विभाग की एक महिला अधिकारी उसके बारे में भद्दी टिप्पणी कर रही है। मकान मालिक भी उसे तंग कर रहा है। उसे दफ्तर से लेकर घर तक परेशान किया जा रहा है।

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कोच का आरोप है कि एसआईटी अब मंत्री को बचाने का काम कर रही है, इसलिए अब उसे एसआईटी पर भरोसा नहीं है। सरकार उसकी बात सुन नहीं रही है तो उसके पास अदालत जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है। एसआईटी ने उससे पांच बार घंटों पूछताछ की है लेकिन जब वह कार्रवाई को लेकर एसआईटी से सवाल करती हैं तो कोई जवाब नहीं मिलता है। अब उसका विश्वास चंडीगढ़ पुलिस से उठ चुका है। इतना समय बीत जाने के बाद भी मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

एफआईआर वापस लेने के लिए बनाया जा रहा दबाव

महिला कोच का आरोप है कि मंत्री के खिलाफ केस वापस लेने के लिए उस पर दबाव बनाया जा रहा है। मकान मालिक उसे तंग कर रहा है। वह अभद्र शब्दों इस्तेमाल और गाली गलौज कर रहा है और अंदर से घर में ताला लगा लिया जाता है। इसके अलावा, खेल विभाग की सीनियर महिला अधिकारी और स्टाफ के अन्य कर्मचारी उसके बारे में गलत टिप्पणियां करते हैं। इस संबंध में उसने खेल निदेशक को लिखित में शिकायत भी दे दी है। केस वापस लेने के लिए उस पर घर और दफ्तर में दबाब बनाया जा रहा है।

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मेरा चरित्र ही मेरी ताकत: कोच

महिला का कहना है कि वह पीछे हटने वाली नहीं है। न्याय मिलने तक उसकी लड़ाई जारी रहेगी। इस मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा एक भी शब्द नहीं बोला गया। मंत्री का बचाव किया गया, जबकि आरोपों को ही नकार दिया। न तो मंत्री को गिरफ्तार किया गया और न ही सरकार ने उसका इस्तीफा लिया। उसने कहा, मेरे चरित्र को मुद्दा बनाया जा रहा है जबकि मेरा चरित्र ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है।

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