भारत
पीएम मोदी ने नए संसद भवन को राष्ट्र को किया समर्पित, सेंगोल के सामने दंडवत हुए पीएम मोदी
देश को आजादी के 75 साल बाद नए संसद भवन का तोहफा मिला है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान के बाद संसद में संसद में सेंगोल की स्थापना की और नया संसद भवन देश को समर्पित किया। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है।
बता दें ,पीएम मोदी को तमिलनाडु सेंगोल सौंपा गया है, 18 मठों के मठाधीशों ने उनको आशीर्वाद दिया और उनको राजदंड दिया। राजदंड का अर्थ है कि आप किसी के साथ अन्याय नहीं कर सकते हैं।
सेंगोल’ के बारे में 5 रोचक तथ्य
- लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किए गए राजदंड को ‘सेंगोल’ कहा जाता है – जो तमिल शब्द ‘सेम्मई’ से उपजा है, जिसका अर्थ है ‘सत्य का साथ’.
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि ‘सेंगोल’ ने भारतीय इतिहास में अहम भूमिका निभाई है. यह राजदंड अंग्रेज़ों से भारतीयों को सत्ता के हस्तांतरण को चिह्नित करने के लिए भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को सौंपा गया था.
- वर्ष 1947 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को सौंपे जाने के बाद से यह राजदंड ‘सेंगोल’ उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के एक म्यूज़ियम में रखा हुआ था.
- नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समीप स्थापित किए जाने से पहले सेंगोल को तमिलनाडु के विभिन्न अधीनमों के लगभग 30 पुरोहितों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा गया.
- कहा जाता है, ‘सेंगोल’ जिसे दिया जाता है, उससे न्यायपूर्ण और निष्पक्ष शासन प्रदान करने की अपेक्षा की जाती है.