प्रदेश के स्कूलों में केंद्रीय और राज्य स्तरीय स्कॉलरशिप स्कीम के लिए छात्र आधार सीड के बजाय बैंक खातों को आधार से लिंक करवा रहे हैं। इस कारण पिछले साल से अब तक करीबन 40 फीसदी छात्र ऐसे हैं जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली छात्रवृ़त्ति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से कई बार छात्रों को रिमाइंडर जारी किया जा चुका है लेकिन उसके बाद भी ये समस्या नहीं सुलझ रही। दोनों स्कीमों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 23 दिसंबर है।
ऐसे में एक बार फिर आधार कार्ड को सीड करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं ताकि छात्रों को सभी छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ मिल सके। गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश में हुए करोड़ों रुपए के छात्रवृत्ति घपले के बाद अब छात्रवृत्ति योजनाओं में बदलाव किया गया है। इसके तहत अब सभी स्कॉलरशिप स्कीम के लिए छात्रों के ऑनलाइन आवेदन होंगे। ऑनलाइन आवेदन को डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय में वेरिफाई किए बिना किसी भी छात्र को स्कॉलरशिप नहीं मिल पाएगी।
ये दस्तावेज जरूरी
शिक्षा विभाग ने छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों से आवेदनों में अपना मोबाइल नंबर और बैंक खाता नंबर लिखने को कहा है। एक छात्र-छात्रा के लिए केवल एक ही बैंक खाता संख्या स्वीकार होगा। राज्य के सभी पंजीकृत व अपंजीकृत संस्थानों को अपने-अपने प्रोफाइल को एचपी ई-पास पोर्टल पर अपडेट करना होगा। ऐसा नहीं करने पर पोर्टल से संबंधित सभी सेवाएं निष्क्रिय ही रहेंगी। छात्रों के सभी जरूरी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना भी अनिवार्य होगा।