छतबीड़ जू में जानवरों और परिंदों को नहीं सताएगी ठंड, किए खास इंतजाम
सर्दियां शुरू होते ही महेन्द्र चौधरी जूलॉजिकल पार्क छतबीड जू प्रबंधन जानवरों की देखभाल के लिए सतर्क हो गया है। छतबीड जू में रहने वाले जानवरों के लिए खास इंतजाम भी कर दिए गए हैं। प्रबंधन की ओर से सभी जानवरों की डाइट के साथ उपयुक्त तापमान बनाए रखने के लिए रूम हीटर लगाए गए हैं। आश्रयों में प्रवेश करने से सर्द हवा को रोकने के लिए सभी खिड़कियों और दरवाजों को पॉलीथिन, फाइबर शीट और घास के छप्पर से सील कर दिया गया है।
छतबीड़ जू के रैन बसेरों में बाघों, तेंदुओं, शेरों और छोटी बिल्लियों के आवास में तापमान मीटर लगाए गए हैं, जबकि शाकाहारी जीवों की सुरक्षा के लिए विशेष झोपड़ियाँ भी स्थापित की गई हैं। पक्षियों को ठंड से बचाने के लिए सभी बाड़ों को पॉलीथिन या फाइबर शीट से ढक दिया गया है। इसके अलावा, घोंसलों को गर्म रखने के लिए धान के पुआल से बने बिस्तर भी लगाए गए हैं।
आश्रयों को जलरोधी बनाने और जानवरों को बारिश से बचाने के लिए मोटी तिरपाल शीट का इस्तेमाल किया गया है। छतबीड़ जू के वन खंड अधिकारी ने कहा कि धान के पुआल और गेहूं की भूसी की मोटी परतें भी उन्हें गर्म रखने के लिए उनके आश्रयों में रखी गई हैं।
जानकारी के अनुसार, कर्मचारी प्रत्येक भालू को प्रतिदिन 100 ग्राम शहद और 1 किलो गन्ना खिलाएंगे, जबकि छतबीड़ जू में रखे गए प्रत्येक हिरण और बंदर को क्रमशः 100 ग्राम और 20 ग्राम गुड़ सर्दियों के दौरान रोजाना मिलेगा। हाथी और बंदर दोनों को भी रोजाना 100 ग्राम गन्ना खिलाया जाएगा।
छतबीड़ जू में 128 प्रजातियों के लगभग 1,750 जानवर हैं।