भाजपा ने जासूसी पे खर्च किए करोड़ों! लाल बहादुर शास्त्री जेसे इस्तीफ़े की ज़बर्दस्त पेशकश! मिल गया इस्तीफ़ा?
ओड़िसा ट्रेन हादसा इतना भयंकर हुआ है, जिससे लगभग 288 लोगों की जान जा चुकी हैं तो सैकड़ों ही ज़ख़्मी हैं. गम्भीरता को देखते हुए विपक्षी दल भारी होता दिख रहा हैं. जो अब रेल मंत्री से इस्तीफ़ा देने को कह रहे हैं. इतना ही नहीं लाल बहादुर शास्त्री का उदाहरण देके अश्वनी वैष्णव पे तीखे निशाने दागे जा रहे हैं।
कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंघ ने हमला करते हुए कहा कि “रेल मंत्री बार-बार कहते हैं कि हमारा सिस्टम फुलप्रूफ है तो किसी भी तरह से इस प्रकार का हादसा नहीं हो सकता. लाल बहादुर शास्त्री ने पूर्व में एक रेल हादसे में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।रेल मंत्री खुद उड़ीसा काडर के आईएएस हैं. हमें मोदी जी के मंत्रिमंडल से ऐसी उम्मीद नहीं है, लेकिन उनमें थोड़ी बहुत शर्म होगी तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.”
दिग्विजय सिंह के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी रेल मंत्री का इस्तीफा मांगा है. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा, “केंद्र सरकार संवेदनशील नहीं है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए दुर्घटना रोधी कवच प्रणाली का क्या हुआ. प्रधानमंत्री की ओर से नई रेलगाड़ियों का उद्घाटन किए जाने के मौके पर भी रेल मंत्री कभी नहीं दिखते. उन्हें इस दुखद दुर्घटना के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए.”
तृणमूल कांग्रेस ने भी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा, “केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों को लगाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है. गरीब लोग केंद्र सरकार की उदासीनता का खामियाजा भुगत रहे हैं.”